2 line dard shayari in Hindi | shayari Sangrah मोहब्बत में जिंदगी झंड करके बैठा हूं सब कुछ बर्बाद हो गया फिर भी घमंड करके बैठा हूं अच्छा होता वक्त रहते खुद को समझ लिया होता मैं खुद अपनी जिंदगी तंग करके बैठा हूं आंखों से आंखों का मिलन कम हो गया है आखिर क्या हो गया है जो प्यार कम हो गया है पहले तो एक पल बिना दीदार के चैन रहता नहीं था सोचता हूं क्यों मेरा यार बेरहम हो गया है दिल लगाने की सजा पाने लगा हूं करीब होने की चाहत में दूर जाने लगा हूं जिसकी चाहत थी कोई सहयोग नहीं मिल रहा है बेकसूर होकर भी गहरी चोट खाने लगा हूं वफा ढूंढता रह गया जमाने में यही वजह है थोड़ी मुश्किल है दिल लगाने में आज तक जिसे अपना समझता रहा वह जी जान से लगे रहे अपना स्वार्थ भूनाने में
हिंदी शायरी | लव शायरी | शायरी संग्रह उसके दिल का हाल पूछना जिसका तूफानों में घर का चिराग पूछने वाला हो और बुझने से बचा लेने की आखिरी कोई उम्मीद बाकी हो कुछ इस तरह मोहब्बत में डूब चुका हूं उसके सिवा कोई और खबर रहती नहीं है हर धड़कन जुबान पर बस एक ही ख्याल है मुझे प्यार है बस प्यार है बस प्यार है इस हुस्न के दीदार में दिल को सुकून मिल रहा है खुद को रोक पाना मुमकिन नहीं लग रहा है चलो एक दूजे में खो जाए उम्र भर के लिए अब कहीं और मन नहीं लग रहा है तुमसे यूं ही नहीं मोहब्बत ज्यादा हुई है मुझे इन हुस्न ओ अदा ने दीवाना किया है अब खुद पर से काबू हटने लगा है दिल व दिमाग तुम्हारे पीछे रवाना किया है तुम्हारी मोहब्बत की पनाहों में जिंदगी गुजारने का इरादा है अब हर कदम साथ चलने का वादा है चाहे कोई भी मुश्किल रास्ता रोकने का प्रयास करें मैं रुक नहीं सकता हूं क्योंकि अपने चाहतों की रफ्तार इतना ज्यादा है