अल्फाज-ए-इश्क हिंदी शायरी का बेहतरीन ऐसा संग्रह जिसमें मोहब्बत, इश्क और रोमांस दिल की बातों को बयां करने का सबसे अच्छा जरिया है। 1. वो प्यार भी नहीं करती, इनकार भी नही करती। अपनी चाहतों का इजहार करके उदास रह गए, क्योंकि वो अपनी राज-ए-मोहब्बत खुलेआम नहीं करती। 2. ये मत सोचो, वफा के बदले वफा मिलेगा, मोहब्बत करोगे, तो बेकसूर होकर भी, सजा मिलेगा। 3. इश्क किया तो समझ आया इसमें अच्छाई भी है और तनहाई भी है मुस्कुराने की वजह, गम के दरिया में डूबने की गहराई भी है। 4. प्यार करेगी, रोमांस करेंगी, जब इश्क की गहराई में डूब जाओगे। फिर तुम्हारी जिंदगी बर्बाद करेगी। 5. मेरे जिंदगी में जहर मिलाया जा रहा है मेरी दिलरुबा के द्वारा मुझे फुसलाया जा रहा है।
उसका गुस्सा वाजिब है उसके नखरे वाजिब हैं गलती सिर्फ मेरी है हम उसके आशिक हैं
अपनी गलतफहमी का खुद से फरियाद करता हूं शक में रूठकर अपना ही नुकसान करता हूं
अपने दिल को समझाकर आराम नहीं मिलता बेवफा ने जो दर्द दिया कोई वजह नहीं मिलता
मेरे सुधरने की कोशिश नाकाम रह गई तिरछी नजरों से मीठे इशारे होठों पर हल्की मुस्कान लिए जब करती हो खुद को रोक नहीं पाते हैं
तुम्हारी मुस्कान प्यार में सहायक है हौसला मिला है आपकी इरादों को समझकर