लव शायरी संग्रह
तकदीर ने दस्तक दिया है खुशियों की महफिल सजने लगी है मुश्किलों का तूफान थम गया है जिंदगी सवरने लगी है
दूसरों की खुशियों का ध्यान रखना सीख लो ज्यादा मनमानी अच्छा नहीं होता खुद झगड़ा कर रिश्ता तोड़ लेते हैं और कहते हैं हर प्यार सच्चा नहीं होता
इशारों इशारों में मोहब्बत हो गई है मन की ख्वाहिशों में दोगुना खुशियों की लज्जत हो गई है जो मुझे नल्ला समझ रहे थे उनकी सोच बेइज्जत हो गई है
आंखें मिलाकर नजरअंदाज करती हो साफ कहने में क्या हर्ज है जब प्यार करती हो
तुम्हारी मीठी बातें मन को छूने लगी है टूटकर एतबार करने लगा हूं पहली ख्वाहिश हो आजकल हद से ज्यादा प्यार करने लगा हूं