लव शायरी | हिंदी शायरी | शायरी संग्रह
तुम्हारी निगाहें कत्ल करने लगी है मैं ना चाहते हुए भी दीवाना होने लगा हूं धीरे-धीरे खुमारी बढ़ने लगी है आजकल इन खूबसूरत अदाओं के दीदार में खोने लगा हूंजबसे नजर से नजर मिलने लगी है इश्क की मदहोशियां परवान चढ़ चुकी है मैं खुद से बेकाबू इस कदर हो गया हूं अब दूर रहकर जान निकल जाएगी
मेरी बेपनाह मोहब्बत का परिणाम आने लगा है सभी मुश्किलें दूर जाने लगी है जिंदगी में खुशियों का मुकाम आने लगा है
कब तक यूं ही आंखों से इजहार करती रहोगी चुप रहकर इशारों में प्यार करती रहोगी हम दोनों की चाहते बखूबी मिल रही है करीब होने का कोई पुख्ता इंतजाम कर दो
तुम्हारी प्यार भरी निगाहे मेरे मन को बहका रही है जो मेरी ख्वाहिशे हैं इस में चार चांद लगा रही है हर कमी दूर होने लगी है अब हर पल रुह मुस्कुरा रही है
उम्र भर साथ निभाने का वादा है हर कदम साथ चलने का इरादा है जो हमसफर बन जाओगी जिंदगी संवर जाएगी अकेले में गुजारा हो नहीं सकता तुमसे, मुझे प्यार इतना ज्यादा है